बिहार लोक सेवा आयोग यानि BPSC प्रत्येक वर्ष अनेक पदों पर युवाओं के लिए एग्जाम का अवसर प्रदान करता है. एग्जाम क्लियर कर Students बेहतर Jobs की कल्पना कर सकते है. लेकिन उससे पहले यह समझना आवश्यक है कि BPSC होता क्या है. BPSC के सम्बन्ध में सम्पूर्ण जानकारी आवश्यक है क्योंकि, एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करने के लिए इसे महत्वपूर्ण माना जाता है.
BPSC बिहार का सबसे Famous Entrance Exam होने के कारण प्रत्येक वर्ष Students लाखों के रूप form apply करते है. और एग्जाम में बैठने का सौभाग्य प्राप्त करते है. इसका एग्जाम UPSC और IIT एग्जाम जैसा ही कठिन होता है. लेकिन सही दिशानिर्देश और प्लानिंग से इसे सफलतापूर्वक पास किया जा सकता है.
BPSC क्या होता है?
बिहार लोक सेवा आयोग बिहार का एक अधिकारिक प्रतियोगी संस्था है जो UPSC की तरह कार्य करता है. अर्थात, BPSC बिहार राज्य के अंतर्गत अपनी सेवाएँ देने वाले विभिन्न प्रशासनिक पदों के भर्ती के लिए प्रत्येक वर्ष परीक्षाएँ आयोजित करवाता है.
BPSC आयोग का गठन भारत सरकार अधिनियम, 1965 के section 261, Sub Section 1 के अनुसार 1 अप्रैल 1949 को विशेष मतों अनुसार की गई थी.
1 मार्च 1951 को इसे रांची से पटना स्थानांतरित किया गया था, जिसका मुख्य उदेश्य BPSC को Capital से संचालित करना था. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 315 से लेकर 323 तक संघ एवं राज्यों को लोक सेवा आयोग की गठन की मंजूरी प्रदान करता है. इसके भी कई नियम एवं शर्ते उपलब्ध है जो इसे खास बनाता है.
अर्थात, कहा जा सकता है कि यह आयोग एक संवैधानिक प्रतियोगी संस्था है जिसे बिहार लोग सेवा आयोग नियम 1960 द्वारा नियंत्रित एवं संचालित किया जाता है.
बिहार लोग सेवा आयोग कई प्रकार के परीक्षाएँ आयोजित करता है, जिसमे सबसे प्रमुख प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा एवं Interview है.
BPSC का फुल फॉर्म क्या होता है?
बीपीएससी का महत्व बिहार में सबसे अधिक है क्योंकि, यह UPSC के बाद सबसे कठिन परीक्षाओं में एक है. BPSC का फुल फॉर्म कई बार एग्जाम में पूछा जा चूका है. इसलिए, इसके बारे जानकारी अनिवार्य है.
यहाँ हिंदी और इंग्लिश में BPSC का फुल फॉर्म दिया गया है जो परीक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है.
- B – Bihar
- P – Public
- S – Service
- C – Commission
- अर्थात, BPSC का इंग्लिश में फुल फॉर्म = Bihar Public Service Commission
- BPSC का फुल फॉर्म हिंदी में = बिहार लोक सेवा आयोग
एग्जाम के सन्दर्भ ऐसे तथ्य महत्वपूर्ण है अतः ध्यान दें.
BPSC के लिए योग्यता
सामान्यतः BPSC बिहार राज्य प्रशासन में रिक्त पदों को भरने के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित करता है. एग्जाम में भाग लेने के लिए Students को इसके योग्यता को पूर्ण करना होता है. योग्यता दरअसल चार मापदंडों के अनुसार तैयार होता है. जो इस प्रकार है.
- Nationality
- Age Limit
- Educational Qualification
- Physical Fitness
पहला: बीपीएससी एग्जाम में apply करने के लिए आवश्यक नही है कि आप केवल बिहार से सम्बन्ध रखे. बल्कि भारत के किसी भी राज्य के निवासी BPSC के लिए योग्य है. यदि वे भारत के नागरिक है.
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BPSC के लिए उम्र सीमा
इस प्रतियोगिता एग्जाम में भाग लेने के लिए न्यूनतम आयु और अधिक आयु निम्न प्रकार है.
- Minimum Age – 20, 21 and 22 years
- Maximum Age – 37
Category | BPSC Upper Age Limit |
General Category – Male | 37 years |
General Category – Female | 40 years |
BC/OBC (Male, Female) | 40 years |
SC/ST (Male, Female) | 42 years |
BPSC के लिए शारीरिक योग्यता
Minimum Height General Category (Male) – 5 feet 5 inches Women candidates – 5 feet 2 inches SC/ST – 5 feet 3 inches Chest General category (Male) – 32 inches SC/ST (Male) – 31 inches |
Academic योग्यता
दरअसल, BPSC का फॉर्म भरने के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पास आउट होना अनिवार्य है. यदि कोई Students ग्रेजुएसन के लास्ट सेमेस्टर या लास्ट ईयर में है, तो BPSC एग्जाम के लिए फॉर्म अप्लाई कर सकते हैं.
BPSC के परीक्षाएँ
बी.पि.एस.सी एक तीन स्तारिये परीक्षा होती है, जिसमे प्रेलिम्स, मैन्स एवं व्यक्तिगत साक्षात्कार (personal interview) होते है. अर्थात,
- Prelims
- Mains
- Interview
एग्जाम पैटर्न इस प्रकार होता है.
BPSC Prelims | BPSC Mains | BPSC Interview |
One Paper 150 marks 2 hours Objective Type Offline (Pen-Paper) | 4 papers One qualifying paper (Hindi) + 3 merit ranking papers 900 marks (300*3) 3 hours for each paper Subjective Type Offline (Pen-Paper) | 120 marks Merit list मार्क्स के अनुसार + Interview |
प्रेलिम्स एग्जाम (Prelims Exam Pattern)
प्रेलिम्स में वस्तुनिष्ठ प्रश्न, (multiple type questions) पूछे जाते है. यह परीक्षा ऑफलाइन करवाई जाती है, जो 150 अंको की होती है. इसकी समय सीमा 2 घंटे रहती है.
Name of Exam | Combined Competitive Exam |
No of Papers | 1 – General Studies (150 marks) |
Duration | 2 hours |
Syllabus | सामान्य विज्ञान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व की घटनाएं बिहार का इतिहास और भारतीय इतिहास भूगोल (मुख्य रूप से बिहार का भूगोल) भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था स्वतंत्रता के बाद बिहार की अर्थव्यवस्था में परिवर्तन भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन और बिहार की भूमिका सामान्य मानसिक क्षमता |
Mains Exam
प्रेलिम्स की परीक्षा पास करने के बाद उम्मीदवार मैन्स की परीक्षा देने के लिए योग्य होते है. मैन्स में subjective type questions पूछे जाते है जिसमे 4 पेपर होते है.
इसमें एक क्वालीफाइंग पेपर हिंदी की, 2 सामान्य अध्ययन के पेपर और एक वैकल्पिक पेपर होते है. जिसमे क्वालीफाइंग पेपर 100 अंको के लिए होता है, और बाकी पेपर 300 अंको के लिए होते है. प्रत्येक पेपर के लिए समय सीमा 3 घंटे की रहती है.
Paper | Marks | Duration |
General Hindi (Qualifying) | 100 | 3 Hours |
General Studies Paper 1 | 300 | 3 Hours |
General Studies Paper 2 | 300 | 3 Hours |
Optional Paper | 300 | 3 Hours |
व्यक्तिगत साक्षात्कार (Interview)
यदि परीक्षार्थी मैन्स के परीक्षा में पास हो जाए, तो वह व्यक्तिगत साक्षात्कार (personal interview) के लिए योग्य होते है. बी.पि.एस.सी के इस पड़ाव में उम्मीदवार को व्यक्तिगत तौर पे जांचा जाता है.
Interviewer panel का चुनाव आयोग करती है. इसमें उम्मीदवार से ऐसे प्रश्न पूछे जाते है जिससे उनके मानसिक क्षमता एवं व्यक्तित्व को समझा जा सके. इसे समझना इसलिए ज़रूरी है क्योंकि पद अनुसार उम्मीदवार काबिल है या नही. यह प्रक्रिया निष्पक्ष होती है.
BPSC की तैयारी कैसे करे?
बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा राज्य स्तर पर ली जाने वाली परीक्षा है. यदि हम सभी राज्यों में से सर्वोच्च राज्य स्तरीय परीक्षा को देखे तो बिहार तीसरे स्थान पे पाया गया है. इससे हम ये समझ सकते है की बी.पि.एस.सी की परीक्षा में सफल होना इतना आसन नहीं होता है.
उम्मीदवार यदि अच्छी एवं सही तैयारी करे तो इस परीक्षा में सफल हो सकते है. हमारी इस लेख में आपका मार्गदर्शन किया जयेगा की परीक्षा की अच्छी तैयारी कैसे करनी चाहिए.
किसी भी विद्यार्थी को तैयारी शुरू करने से पहले परीक्षा का पाठ्य विवरण समझना ज़रूरी होता है. पाठ्य विवरण समझने से विद्यार्थी को उसके कमज़ोर बिंदु का पता चलता है और वह उस कमज़ोर बिंदु पे कठिन परिश्रम कर सकता है.
पुराने प्रश्न पत्रों को हल करे
परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए पुराने प्रश्नों के साथ अभ्यास करना शिक्षकों की पहली पसंद है. इसमें समय के बचत के साथ-साथ प्रश्नों का भी अंदाजा लगता है कि इस वर्ष BPSC एग्जाम में कैसे प्रश्न होने वाले है.
3 से 4 साल तक के पुराने प्रश्न पत्रों को नियमित हल करे और एग्जाम पैटर्न का हमेशा ध्यान रखे. क्योंकि पैटर्न हमेशा एग्जाम के लिए आवश्यक होता है. पुराने प्रश्नों के लिए Time-Table विशेष रूप से बनाएँ. साथ ही निम्न परीक्षा की तैयारी ही करे.
प्रेलिम्स की तैयारी:
बी.पि.एस.सी के उम्मीदवारों की तैयारी पहले प्रेलिम्स के लिए शुरू होती है. जैसा की प्रेलिम्स की परीक्षा का संक्षिप्त वर्णन ऊपर किया गया है. उससे यह पता चलता है की 150 प्रश्नों के लिए मात्र 120 मिनटें दी गयी है.
इसका अर्थ यह है की प्रत्येक प्रश्न के लिए 1.25 मिनट ही होंगे. परीक्षार्थी की तैयारी अच्छी होनी चाहिए क्योंकि प्रश्न विभिन्न टॉपिक से पूछे जाते है.
- सामान्य अध्ययन: इसमें Students से प्रतिदिन अवलोकन किये जाने वाली चीजों एवं अनुभवों से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते है. इसमें सामान्य विज्ञानं से भी प्रश्न होते है.
- रास्ट्रीय एवं अंतररास्ट्रीय महत्त्व से सम्बंधित सामयिकी: प्रेलिम्स में सामयिकी (current affairs) से सम्बंधित कई प्रश्न पूछे जाते है. इसमें भारत एवं बिहार के इतिहास, भौगोलिक ज्ञान, अर्थशात्र और राजनीति सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते है. भारतीय आन्दोलन एवं बिहार के उन आन्दोलन में दिए गये योगदान से सम्बंधित प्रश्न भी होते है.
विद्यार्थी जैसा समझ सकते है की प्रेलिम्स की पाठ्य विवरण बड़ी है. उन्हें तैयारी विस्तार रूप से करनी चाहिए.
मैन्स की तैयारी करे
यदि उम्मीदवार प्रेलिम्स की परीक्षा में सफल हो जाते है, तो वे मैन्स की परीक्षा के लिए योग्य माने जाते है. इसमें पहली पेपर हिंदी की होती है. इसे क्वालीफाइंग पेपर भी कहा जात है क्योंकि इसमें परीक्षार्थीयो को 30% अंको से पास होने की ज़रूरत होता है.
इसका पाठ्यक्रम बिहार स्कूल एजुकेशन बोर्ड के स्तर का होता है. वही जब हम बात करे सामान्य अध्ययन पेपर- 1 की तो उसके पाठ्यक्रम कुछ इस प्रकार है:
- भारतीय संस्कृति
- भारत के आधुनिक इतिहास
- रास्ट्रीय एवं अंतररास्ट्रीय महत्व के समसामयिक घटनाए
- सांख्यिकीय विश्लेषण,ग्राफ एवं आरेख
सामान्य अध्ययन- 2 में निम्नलिखित विषय है:
- भारतीय एवं बिहार की राजनिति
- बिहार की अर्थव्यवस्था
- भारतीय एवं बिहार का भौगोलिक ज्ञान
- विज्ञानं एवं तकनीकी तरकी के भारत और बिहार पे प्रभाव
मैन्स का चौथा पेपर विकल्पिक विषय का होता है, जो Students अपनी इक्छा अनुसार चुनते है.
शारीरिक क्षमता की तैयारी करे
जब प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा दोनों हो जाए, तो उसके बाद व्यक्तित्व प्रशिक्षण के लिए तैयार रहे. अर्थात आपका पर्सनैलिटी टेस्ट होगा. परीक्षा में यह जांच किया जाएगा कि आप शारीरिक और बौद्धिक रूप से तैयार है या नही.
पर्सनैलिटी टेस्ट 120 अंकों का होता है जिसमे विभिन्न टॉपिक से प्रश्न हो सकते है. इसलिए, Interview के टॉपिक से सम्बंधित सभी पहलुओं पर विशेष ध्यान केन्द्रित करे.
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पूछे जाने वाले प्रश्न: FAQs
बीपीएससी एक कंबाइंड कंपेटिटीव एग्जाम है जिसे पास करने के बाद डिप्टी कलेक्टर, सहायक पुलिस अधिकारी , ब्लॉक विकास अधिकारी, सहायक कमिश्नर, क्षेत्रीय यातायात अधिकारी, जेल सुप्रीडेंडेंट, जिला खाद्य वितरण अधिकारी आदि बनते है.
12वी के बाद ग्रेजुएशन करने वाले कोई भी विद्यार्थी BPSC की परीक्षा दे सकते है. यदि कोई स्टूडेंट ग्रेजुएशन के लास्ट सेमेस्टर है, तो भी एग्जाम के लिए योग्य होते है.
हाँ, BPSC में इंटरव्यू होता है. क्योंकि, यह एक कंबाइंड कंपेटिटीव एग्जाम है. इसलिए, प्रेलिम्स और मैन्स के बाद interview होता है.